मोहब्बत की आस में कब तक देखती रहूँ।
एक खुशी की आस में कब तक आँखों में
आँसू भरती रहूँ।
एक जिंदगी की तलाश में कब तक मरती रहूँ।
एक उम्मीद की तलाश में कब तक ठोकर खा कर गिरती रहूँ।
Rakhi Saroj
20.05.2018

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