एक प्रेम कहानी धर्म की स्याही से https://hindi.pratilipi.com/story/B2pBFChAE1an?utm_campaign=Shared&utm_source=twitter
Posts
- Get link
- Other Apps
नन्ही नन्ही आँखों से आस लगा कर बैठी छोटी सी राज कुमारी पूछती है सभी से एक सवाल क्यों काटते हो इन मासूम पेड़ों को ये तो है दोस्त हमारे करते प्यार हमसे हम क्यों नहीं करते है प्यार इन से। नन्ही नन्ही आँखों से आस लगा कर बैठी छोटी सी राज कुमारी पूछती है सभी से एक मन को लुभा ने वाले सुबह अपनी मधुर आवाज़ से उठाने वाले पक्षी अब क्यों नहीं आते मेरे आँगन में। नन्ही नन्ही आँखों से आस लगा कर बैठी छोटी सी राज कुमारी को देख में करूँ खुद से एक सवाल कब तक भागे गे सच से। Rakhi Saroj 05.06.2018
- Get link
- Other Apps
तेरे दिए धोखे में ये दिल बार-बार रोता है। बस हमेशा इन आंखो से सवाल करता है। तेरी तस्वीर ना हो फिर भी तू हर पल साफ नज़र आता है। तू ना हो मेरे पास तेरा दिया दर्द हर पल मेरे साथ नज़र आता है। तेरे लबों को याद ना हो मेरी पर ये लब तो तेरी ही याद में हर वक्त जलते रहते है। हर दुआ में आज भी तू ही नज़र आता है। तू ना मेरे पास पर इस दिल के टुकड़े हर पल मेरे पास रह कर तेरी ही याद दिलाते है। तेरी याद में आज भी ये दिल तेरा ही नाम लेता है। एक उम्मीद के साथ हर सांस बांधे तेरा इंतजार करता है। Rakhi Sroaj 22.05.2018
- Get link
- Other Apps
आशियाने तो बोहत है इस जहाँ में ना जाने क्यों फिर भी ये दिल तेरे दिल को ही अपना आशियाना बनाने की ज़िद कर के बैठा है। ना जाने क्यों ये नादान समझता नहीं तुझे ही अपनी खुशी समझे बैठा है। तेरे प्यार में मासूम बच्चे की तरह अपना खिलौना तुझे समझ बैठा है। तेरी चाहत में मेरी सब आव रूह गँवाने के लिए तेरी राह देखता तैयार बैठा है। Rakhi Saroj 13.05.2018